Read Time5
Minute, 17 Second
नई दिल्ली: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और उसमें शामिल तीन भारतीयों की गिरफ्तारी के बाद से भारत और कनाडा के संबंध ठीक नहीं हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर आज कटक में थे। प्रेस वार्ता के दौरान उनसे भी इस मुद्दे पर सवाल पूछ गया। उन्होंने निज्जर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार भारतीयों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैंने भी रिपोर्ट देखी है। जयशंकर ने आगे कहा कि कनाडा की पुलिस ने इस मामले की जांच की है। खालिस्तानी समूहों पर हमला बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि विदेश में हमारे दूतावासों को धमकियां मिलती हैं। मैंने कनाड़ा के विदेश मंत्री से कहा कि अगर आपके यहां भी ऐसे दूतावासों पर हमलें हों तो आपकी प्रतिक्रिया होगी। उन्होंने कहा कि हमारी सबसे बड़ी समस्या कनाडा में है।न्यूटन का चौथा नियम तो वहां भी लागू होगा...
आज कटक में एक कार्यक्रम के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अभी हमारी सबसे बड़ी समस्या कनाडा है। वहां की सरकार और अन्य पार्टियों ने अपने देश में उग्रवाद, अलगाववाद और हिंसा का समर्थन करने वालों को अभिव्यक्ति की आजादी दे दी है। जयशंकर ने आगे कहा कि जब हम उन्हें कुछ बताते हैं तो, वह कहते हैं ऐसा नहीं है। कनाडा की सरकार पर निशाना साधते हुए जयशंकर ने कहा कि उन्हें समझने की जरूरत है कि अब ऐसा नहीं रह गया है। दुनिया एकतरफा नहीं है, अगर कुछ होता है तो उसका विरोध होगा। न्यूटन का नियम वहां भी लागू होगा।
कनाडा पर संगठित अपराध का आरोप
एस जयशंकर ने कनाडा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत ने कई बार कनाडा की सरकार को चेतावनी दी, लेकिन उन्होंने नजरअंदाज कर दिया। कनाडा हमारी चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए भारत में संगठित अपराध से जुड़े लोगों का स्वागत कर रहा है। जयशंकर ने आगे कहा कि अक्सर हमारे दूतावासों को धमकियां मिलती हैं जो काफी चिंतित करती हैं। जयशंकर ने कहा कि हमने उनके विदेश मंत्री से कहा कि अगर आपके दूतावासों में ऐसा कुछ हो और राजनयिक धमकियां दी जाएं, आपके झंडे का अपमान किया जाए तो आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी? जयशंकर ने यहां तक कहा कि पंजाब में संगठित अपराध से जुड़े लोगों का कनाडा में स्वागत किया जाता है। भारत से वांछित अपराधियों के बारे में हमने बताया, लेकिन कनाडा ने उल्टे उन्हें वीजा दे दिया। झूठे दस्तावेजों के बाद भी उन्हें वहां रहने की अनुमति दी गई।
आज कटक में एक कार्यक्रम के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अभी हमारी सबसे बड़ी समस्या कनाडा है। वहां की सरकार और अन्य पार्टियों ने अपने देश में उग्रवाद, अलगाववाद और हिंसा का समर्थन करने वालों को अभिव्यक्ति की आजादी दे दी है। जयशंकर ने आगे कहा कि जब हम उन्हें कुछ बताते हैं तो, वह कहते हैं ऐसा नहीं है। कनाडा की सरकार पर निशाना साधते हुए जयशंकर ने कहा कि उन्हें समझने की जरूरत है कि अब ऐसा नहीं रह गया है। दुनिया एकतरफा नहीं है, अगर कुछ होता है तो उसका विरोध होगा। न्यूटन का नियम वहां भी लागू होगा।
कनाडा पर संगठित अपराध का आरोप
एस जयशंकर ने कनाडा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत ने कई बार कनाडा की सरकार को चेतावनी दी, लेकिन उन्होंने नजरअंदाज कर दिया। कनाडा हमारी चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए भारत में संगठित अपराध से जुड़े लोगों का स्वागत कर रहा है। जयशंकर ने आगे कहा कि अक्सर हमारे दूतावासों को धमकियां मिलती हैं जो काफी चिंतित करती हैं। जयशंकर ने कहा कि हमने उनके विदेश मंत्री से कहा कि अगर आपके दूतावासों में ऐसा कुछ हो और राजनयिक धमकियां दी जाएं, आपके झंडे का अपमान किया जाए तो आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी? जयशंकर ने यहां तक कहा कि पंजाब में संगठित अपराध से जुड़े लोगों का कनाडा में स्वागत किया जाता है। भारत से वांछित अपराधियों के बारे में हमने बताया, लेकिन कनाडा ने उल्टे उन्हें वीजा दे दिया। झूठे दस्तावेजों के बाद भी उन्हें वहां रहने की अनुमति दी गई।
+91 120 4319808|9470846577
स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.